पैर में दर्द होना बहुत ही साधारण सी बात है यह दर्द कभी उम्र के साथ होता है तो कभी बदन की कमज़ोरी के साथ होता है. इस दर्द को ठीक करने के लिए भी इस्लाम धर्म में एक दुआ है अगर आप उस दुआ को अच्छी नियत के साथ पढ़तें है तो आप का यह दर्द जल्द ही ठीक हो जायेगा.
आज इस ब्लॉग पोस्ट में हम आप को पैर दर्द की दुआ इन हिंदी के बारे में बताएंगे तो इस पोस्ट को अंत तक ज़रूर पढ़ें.
पैर दर्द क्यों होता है?पैर दर्द की दुआ इन हिंदी
पैर में दर्द होने के कई कारन हो सकते है यह कभी कभी उम्र के साथ साथ होता है. यही ज़्यादातर पाया भी जाता है. जब किसी भी आदमी की उम्र ज़्यादा हो जाती है तो उसे जोड़ों में दर्द होना लाज़मी हो जाता है. यह आप की उम्र की वजह से होता है और आप का इस कोई भी कण्ट्रोल/काबू नहीं है. अगर आप इस को भी रकना चाहते है तो आप को अच्छे से डाइट पर धयान देना होगा. अगर आप अपनी डाइट का अच्छा ख्याल रखेंगे तो आप को यह दर्द उम्र के साथ भी नहीं होगा.
भरी वज़न उठाने से: कभी कभी ज़्यादा वज़न वाली चीज़ उठाने की वजह से
पैरों में दर्द होता है. तो यह दर्द तो एक से दो दिन में ठीक हो जाता है और आप इस दर्द में पैर दर्द की दुआ इन हिंदी को भी पढ़ सकते है तो आप को जल्दी आराम मिल जायेगा.खाना नहीं खाने की वजह से: कभी कभी पैरों में खाना नहीं खाने की वजह से कमज़ोरी आ जाती है. इस कमज़ोरी की वजह से पैरों में दर्द होने लग जाता है.
ज़्यदा चलने के कारण: जब हेमिन ज़्यादा चलने की आदत नहीं होती है और हम किसी दिन बहुत ही ज़्यादा चल लेते है तो हमारे पैरों में दर्द होने लगता है तो बिलकुल साधारण सी बात है तो आप इस दर्द को भी पैर दर्द की दुआ इन हिंदी को पढ़ कर दूर कर सकतें है.
पैर दर्द की दुआ इन हिंदी
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम वा बिल्लाही आओजू विल्लाही वा कुद्रतिही मिन सर्री मा फिहायह
वह दुआ जिस को अगर आप के पैरों में दर्द है और अगर आप इस दुआ को बार बार पढ़ते है तो आप के पैरों का दर्द जल्द ही दूर हो जायेगा. जब भी आप के पैरों में दर्द हो तो आप इस दुआ को पढ़ सकते है.
पैर दर्द की दुआ इन हिंदी को कैसे पढ़ें?
इस दुआ को पढ़ने का कोई भी ख़ास तरीका नहीं तो आप जिस तरह चाहें इस दुआ को पढ़ सकते है. अगर आप के पैरों में दर्द है तो आप इस दुआ को बार बार सिर्फ मुँह से भी पढ़ सकते है.अगर आप चाहें तो इस दुआ को डैम करके भी पढ़ सकतें है और अगर आप चाहें तो इस दुआ को पानी में फूंक कर भी पी सकते है.
यह आप की मर्ज़ी है आप जिस तरह चाहें इस दुआ को पढ़ सकते है बस आप के दिल में अल्लाह पर भरोसा होना ज़रूरी है. तो आप कोई भी दुआ करेंगे वह ज़रूर काम करेगी जैसे अगर आप दन्त दर्द की दुआ पढ़ते है लेकिन आप के दिल में अल्लाह पर भरोसा नहीं है तो आप को कोई भी फ़ायदा नहीं इस दुआ से.
Conclusion
आज इस ब्लॉग पोस्ट में हम ने आप को पैर दर्द की दुआ इन हिंदी के बारे में बताया है. इस के साथ आप को यह भी बताया है की इस दुआ किस तरह पढ़ें और कब पढ़ें. यह सब जानकारियां हम ने आप को इस पोस्ट में दी है.इस पोस्ट को अंत तक पढ़ने केलिए आप का बहुत बहुत शुक्रियाअल्लाह हाफिज